चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं। हम सभी सत्य-के-साधकों का यहाँ आने और देखने के लिए स्वागत करते हैं।

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सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की मूलभूत मान्यताएँ

(1)  सर्वशक्तिमान परमेश्वर की  कलीसिया  के सिद्धांत ईसाई धर्म के सिद्धांत बाइबल से उत्पन्न होते हैं, और  सर्वशक्तिमान परमेश्वर  की क...

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गुरुवार, 14 मई 2020

अंत के दिनों में, परमेश्वर मुख्य रूप से अपने वचनों के माध्यम से विजेताओं का एक समूह बनाता है

प्रभु यीशु ने कहा था, "मुझे तुम से और भी बहुत सी बातें कहनी हैं, परन्तु अभी तुम उन्हें सह नहीं सकते। परन्तु जब वह अर्थात् सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा, क्योंकि वह अपनी ओर से न कहेगा परन्तु जो कुछ सुनेगा वही कहेगा, और आनेवाली बातें तुम्हें बताएगा" (यूहन्ना 16:12-13)।(© BSI )

शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2020

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर और मनुष्य एक साथ विश्राम में प्रवेश करेंगे" (अंश 8)

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर और मनुष्य एक साथ विश्राम में प्रवेश करेंगे" (अंश 8)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "परमेश्वर ने मानवजाति का सृजन किया, उसे पृथ्वी पर रखा, और उसकी आज के दिन तक अगुआई की। उसने तब मानवजाति को बचाया और मानवजाति के लिये पापबली के रूप में कार्य किया।

मंगलवार, 28 जनवरी 2020

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर के स्वभाव और उसके कार्य के परिणाम को कैसे जानें" (अंश 5)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "परमेश्वर की मनोवृत्ति को समझना और परमेश्वर के विषय में सभी गलत अवधारणाओं को छोड़ देना यह परमेश्वर जिस पर तुम लोग वर्तमान में विश्वास करते हो, क्या तुम सब ने इसके विषय में कभी सोचा है कि यह किस प्रकार का परमेश्वर है?

सोमवार, 13 जनवरी 2020

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर I" (अंश 1)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "परमेश्वर का स्वभाव सब के लिए खुला हुआ है और यह छिपा हुआ नहीं है, क्योंकि परमेश्वर ने जान-बूझकर कभी भी किसी व्यक्ति को दूर नहीं किया है और उसने कभी भी जान-बूझकर स्वयं को छिपाने का प्रयास नहीं किया है जिससे लोग उसे जानने या समझने के योग्य नहीं हो पाएँगे।

शनिवार, 11 जनवरी 2020

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर के स्वभाव और उसके कार्य के परिणाम को कैसे जानें" (अंश 7)

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर के स्वभाव और उसके कार्य के परिणाम को कैसे जानें" (अंश 7)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "उससे परमेश्वर के समान व्यवहार करना ही परमेश्वर का भय मानने का आरम्भिक बिन्दु है किसी ने अभी-अभी एक प्रश्न उठाया था: ऐसा कैसे है कि हम अय्यूब की अपेक्षा परमेश्वर के बारे में अधिक जानते हैँ, फिर भी हम परमेश्वर का भय नहीं मान सकते हैं?

रविवार, 5 जनवरी 2020

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II" (अंश 15)



सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "यदि मनुष्य का हृदय परमेश्वर के साथ शत्रुता रखता है, तो वह कैसे परमेश्वर का भय मानकर बुराई से दूर रह सकता है जबकि आज के समय के लोग अय्यूब के समान मानवता को धारण नहीं करते हैं, तो उनके स्वभाव का मूल-तत्व क्या है, और परमेश्वर के प्रति उनकी मनोवृत्ति क्या है? क्या वे परमेश्वर का भय मानते हैं? क्या वे बुराई से दूर रहते हैं? ऐसे लोग जो परमेश्वर का भय नहीं मानते हैं और बुराई से दूर नहीं रहते हैं चार शब्दों में उनका सारांश निकला जा सकता हैः परमेश्वर के शत्रु हैं।

शनिवार, 4 जनवरी 2020

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर III" (अंश III)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "जब प्रभु यीशु मसीह आया, तो उसने लोगों से बात करने के लिए अपने व्यावहारिक कार्यों का प्रयोग कियाः परमेश्वर ने व्यवस्था के युग को अलविदा किया और नए कार्य का प्रारम्भ किया, और इस नए कार्य को सब्त का पालन करने की जरूरत नहीं थी; जब परमेश्वर सब्त के दिन की सीमाओं से बाहर आ गया, तो यह उसके नए कार्य का बस एक पूर्वानुभव था, और सचमुच में उसका महान कार्य लगातार जारी रहने वाला था।

रविवार, 29 दिसंबर 2019

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर को जानना परमेश्वर का भय मानने और बुराई से दूर रहने का मार्ग है" (अंश I)

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर को जानना परमेश्वर का भय मानने और बुराई से दूर रहने का मार्ग है" (अंश I)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "तुम में से प्रत्येक व्यक्ति परमेश्वर में विश्वास करके नए सिरे से अपने जीवन की जांच करके यह देख सकता है कि क्या परमेश्वर को खोजते समय, तुम सच्चे रूप में समझ पाए हो, सच्चे रूप में पूर्णत: समझ गये हो, और सच्चे रूप में परमेश्वर को जाने हो, और यह कि तुम सच्चे रूप में जान गये हो कि, विभिन्न मनुष्यों के प्रति परमेश्वर का मनोभाव क्या है, और यह कि तुम वास्तव में यह समझ गये हो कि परमेश्वर तुम पर क्या कार्य कर रहा है और परमेश्वर कैसे उसके प्रत्येक कार्य को व्यक्त करता है।

गुरुवार, 6 जून 2019

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश)



अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "मानवता एवं विश्व की नियति सृष्टिकर्ता की संप्रभुता के साथ घनिष्ठता से गुथी हुई हैं, और सृष्टिकर्ता के आयोजनों से अविभाज्य रूप से बंधी हुई हैं; अंत में, उन्हें सृष्टिकर्ता के अधिकार से धुनकर अलग नहीं किया जा सकता है।

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