चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं। हम सभी सत्य-के-साधकों का यहाँ आने और देखने के लिए स्वागत करते हैं।

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सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की मूलभूत मान्यताएँ

(1)  सर्वशक्तिमान परमेश्वर की  कलीसिया  के सिद्धांत ईसाई धर्म के सिद्धांत बाइबल से उत्पन्न होते हैं, और  सर्वशक्तिमान परमेश्वर  की क...

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शुक्रवार, 1 मई 2020

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन "परमेश्वर के स्वभाव को समझना अति महत्वपूर्ण है" (अंश 1)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचन "परमेश्वर के स्वभाव को समझना अति महत्वपूर्ण है" (अंश 1)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "परमेश्वर का स्वभाव एक ऐसा विषय है जो बहुत गूढ़ दिखाई देता है और जिसे आसानी से स्वीकार नहीं किया जाता, क्योंकि उसका स्वभाव मनुष्यों के व्यक्तित्व के समान नहीं है। परमेश्वर के पास भी आनन्द, क्रोध, दुखः, और खुशी की भावनाएँ हैं, परन्तु ये भी भावनाएँ उन मनुष्यों की भावनाओं से जुदा हैं।

बुधवार, 29 अप्रैल 2020

कैसे शासन करता है हर चीज़ पर परमेश्वर | Hindi Christian Song With Lyrics

कैसे शासन करता है हर चीज़ पर परमेश्वर | Hindi Christian Song With Lyrics

जिस पल रोते हुए दुनिया में आते हो तुम,
उस पल से अपना काम करना शुरू कर देते हो तुम।
उसकी योजना और विधान में, अपनी अपनाकर भूमिका,
ज़िंदगी के सफ़र की शुरुआत कर देते हो तुम।

मंगलवार, 14 अप्रैल 2020

परमेश्वर के दैनिक वचन "केवल परमेश्वर के प्रबंधन के मध्य ही मनुष्य बचाया जा सकता है" (अंश 2)


सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "इस विशाल ब्रह्मांड में ऐसे कितने प्राणी हैं जो सृष्टि के नियम का बार-बार पालन करते हुए, एक ही निरंतर नियम पर चल रहे हैं और प्रजनन कार्य में लगे हैं। जो लोग मर जाते हैं वे जीवितों की कहानियों को अपने साथ ले जाते हैं और जो जीवित हैं वे मरे हुओं के वही त्रासदीपूर्ण इतिहास को दोहराते रहते हैं।

गुरुवार, 12 मार्च 2020

परमेश्वर के दैनिक वचन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III" (अंश 2)


मानवता की नियति और विश्व की नियति सृष्टिकर्ता की संप्रभुता से अविभाज्य हैं

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "तुम सब सभी व्यस्क हो। तुम सबों में से कुछ अधेड़ उम्र के हैं; कुछ लोग वृद्धवस्था में प्रवेश कर चुके हैं। एक अविश्वासी से लेकर विश्वासी तक, और परमेश्वर में विश्वास की शुरुआत से लेकर परमेश्वर के वचन को ग्रहण करने और परमेश्वर के कार्यों का अनुभव करने तक, तुम लोगों के पास परमेश्वर की संप्रभुता का कितना ज्ञान है?

रविवार, 3 मार्च 2019

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन|परमेश्वर सम्पूर्ण सृष्टि का प्रभु है

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन, परमेश्वर के शासन, परमेश्वर को जानना,

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन|परमेश्वर सम्पूर्ण सृष्टि का प्रभु है

पिछले दो युगों के कार्यों में से एक चरण का कार्य इस्राएल में सम्पन्न हुआ; दूसरा यहूदिया में हुआ। सामान्य तौर पर कहा जाए तो, इस कार्य के किसी भी चरण ने इस्राएल को नहीं छोड़ा; कार्य ये वे चरण थे जो आरंभ में चुने गए लोगों के बीच किए गए थे। इस प्रकार, इस्राएलियों के दृष्टिकोण से, यहोवा परमेश्वर केवल इस्राएलियों का परमेश्वर है। यहूदिया में यीशु के कार्य के कारण और सूली पर चढ़ाए जाने के उसके कार्य की पूर्णता के कारण, यहूदियों के दृष्टिकोण से, यीशु यहूदियों का मुक्तिदाता है।

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