चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं। हम सभी सत्य-के-साधकों का यहाँ आने और देखने के लिए स्वागत करते हैं।

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सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की मूलभूत मान्यताएँ

(1)  सर्वशक्तिमान परमेश्वर की  कलीसिया  के सिद्धांत ईसाई धर्म के सिद्धांत बाइबल से उत्पन्न होते हैं, और  सर्वशक्तिमान परमेश्वर  की क...

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बुधवार, 8 अप्रैल 2020

परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर का कार्य और मनुष्य का कार्य" (अंश 7)


परमेश्वर के दैनिक वचन "परमेश्वर का कार्य और मनुष्य का कार्य" (अंश 7)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं, "आप सभी को जानना होगा कि परमेश्वर के कार्य से मनुष्य के काम को कैसे अलग किया जाता है। आप मनुष्य के काम से क्या देख सकते हैं? मनुष्य के काम में मनुष्य के अनुभव के बहुत सारे तत्व होते हैं; मनुष्य जैसा अभिव्यक्त करता है वह वैसा ही होता है।

गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II" (भाग चार)

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II" (भाग चार)

इस वीडियो में परमेश्वर के वचन "वचन देह में प्रकट होता है" पुस्तक से हैं। इस वीडियो की सामग्री: 
अय्यूब की अटल सत्यनिष्ठा ने शैतान को लज्जित किया और उसे भयातुर करके खदेड़ दिया
परमेश्वर के मार्ग के लिए अय्यूब का प्रेम अन्य सभी चीज़ों से बढ़कर है

शनिवार, 28 मार्च 2020

वचनों से हासिल होता है परमेश्वर का कार्य | Hindi Christian Song With Lyrics

वचनों से हासिल होता है परमेश्वर का कार्य | Hindi Christian Song With Lyrics

कुछ वक्त के अनुभव के बाद,
परमेश्वर के काम को, उसके हर चरण को, तुम जान लो अगर,
क्या हासिल करता है वचन उसका,
क्यों अधूरा काम है इतना अभी, तुम जान लो अगर।

शनिवार, 23 मार्च 2019

3. बचाए जाने के लिए लोगों को परमेश्वर के न्याय और उसकी ताड़ना का अनुभव कैसे करना चाहिए?

अंत के दिनों का न्याय, परमेश्वर का कार्य, सुसमाचार से सम्बन्धित सत्य

बचाए जाने के लिए लोगों को परमेश्वर के न्याय और उसकी ताड़ना का अनुभव कैसे करना चाहिए?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
परमेश्वर पर सच्चे विश्वास का अर्थ इस विश्वास के आधार पर परमेश्वर के वचनों और कामों का अनुभव करना है कि परमेश्वर सब वस्तुओं पर संप्रभुता रखता है। इस तरह से तुम अपने भ्रष्ट स्वभाव से मुक्त हो जाओगे, परमेश्वर की इच्छा को पूरा करोगे और परमेश्वर को जान जाओगे। केवल इस प्रकार की यात्रा के माध्यम से ही तुम्हें परमेश्वर पर विश्वास करने वाला कहा जा सकता है।
"वचन देह में प्रकट होता है" से

शुक्रवार, 22 मार्च 2019

2. परमेश्वर को लोगों का न्याय और उनकी ताड़ना क्यों करनी पड़ती है?

अंत के दिनों का न्याय, परमेश्वर का कार्य, सुसमाचार से सम्बन्धित सत्य

परमेश्वर को लोगों का न्याय और उनकी ताड़ना क्यों करनी पड़ती है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
यद्यपि यीशु ने मनुष्यों के बीच अधिक कार्य किया है, उसने केवल समस्त मानवजाति के छुटकारे के कार्य को पूरा किया और वह मनुष्य की पाप-बलि बना, मनुष्य को उसके भ्रष्ट स्वभाव से छुटकारा नहीं दिलाया। शैतान के प्रभाव से मनुष्य को पूरी तरह बचाने के लिये यीशु को न केवल पाप-बलि के रूप में मनुष्यों के पापों को लेना आवश्यक था, बल्कि मनुष्य को उसके भ्रष्ट स्वभाव से पूरी तरह मुक्त करने के लिए परमेश्वर को और भी बड़े कार्य करने की आवश्यकता थी जिसे शैतान द्वारा भ्रष्ट कर दिया गया था। और इसलिए, मनुष्य को उसके पापों के लिए क्षमा कर दिए जाने के बाद, एक नये युग में मनुष्य की अगुवाई करने के लिए परमेश्वर वापस देह में लौटा, और उसने ताड़ना एवं न्याय के कार्य को आरंभ किया, और इस कार्य ने मनुष्य को एक उच्चतर क्षेत्र में पहुँचा दिया। वे सब जो परमेश्वर के प्रभुत्व के अधीन समर्पण करेंगे उच्चतर सत्य का आनंद लेंगे और अधिक बड़ी आशीषें प्राप्त करेंगे। वे वास्तव में ज्योति में निवास करेंगे, और सत्य, मार्ग और जीवन को प्राप्त करेंगे।
"वचन देह में प्रकट होता है" से

शुक्रवार, 8 मार्च 2019

Hindi Christian Song | हर युग में नया कार्य करता है परमेश्वर | The Essence of God Never Changes

New Hindi Christian Song | हर युग में नया कार्य करता है परमेश्वर | The Essence of God Never Changes

बदलती नहीं कभी बुद्धि परमेश्वर की, बदलता नहीं कभी चमत्कार परमेश्वर का, बदलती नहीं कभी धार्मिकता परमेश्वर की, बदलता नहीं कभी प्रताप परमेश्वर का। बदलता नहीं कभी सार-तत्व परमेश्वर का, बदलता नहीं कभी स्वरुप परमेश्वर का, और कार्य उसका आगे बढ़ रहा है, गहरा हो रहा है; कभी पुराना नहीं होता, सदा नया रहता है परमेश्वर।

बुधवार, 6 मार्च 2019

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन|परमेश्वर का कार्य और मनुष्य का अभ्यास

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परमेश्वर का कार्य और मनुष्य का अभ्यास

मनुष्य के बीच परमेश्वर का कार्य मनुष्य से अवियोज्य है, क्योंकि मनुष्य इस कार्य का लक्ष्य है, और परमेश्वर के द्वारा रचा गया एकमात्र ऐसा प्राणी है जो परमेश्वर की गवाही दे सकता है। मनुष्य का जीवन और मनुष्य के समस्त क्रियाकलाप परमेश्वर से अवियोज्य हैं, और उन सब को परमेश्वर के हाथों के द्वारा नियन्त्रित किया जाता है, और यहाँ तक कि यह भी कहा जा सकता है कि कोई भी व्यक्ति परमेश्वर से स्वाधीन होकर अस्तित्व में नहीं रह सकता है। कोई भी इसे नकार नहीं सकता है, क्योंकि यह एक तथ्य है। वह सब कुछ जो परमेश्वर करता है मनुष्यजाति के लाभ के लिए है, और शैतान के षडयन्त्रों की ओर निर्देशित है।

मंगलवार, 5 मार्च 2019

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन|परमेश्वर का कार्य और मनुष्य का कार्य

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन, परमेश्वर का कार्य, प्रभु यीशु

परमेश्वर का कार्य और मनुष्य का कार्य

मनुष्य के कार्य में कितना कार्य पवित्र आत्मा का कार्य है और कितना मनुष्य का अनुभव है? यहाँ तक कि अब भी, ऐसा कहा जा सकता है कि लोग अब तक इन प्रश्नों को नहीं समझते हैं, यह सब इसलिए है क्योंकि लोग पवित्र आत्मा के कार्य करने के सिद्धान्तों को नहीं समझते हैं। मनुष्य का कार्य जिसके बारे में मैं बात करता हूँ, निस्संदेह, वह उन लोगों के कार्य की ओर संकेत कर रहा है जिनके पास पवित्र आत्मा का कार्य है या जिन्हें पवित्र आत्मा के द्वारा उपयोग किया जाता है। मैं उस कार्य की ओर संकेत नहीं कर रहा हूँ जो मनुष्य की इच्छा से उत्पन्न होता है किन्तु पवित्र आत्मा के कार्य के दायरे के भीतर प्रेरितों, कार्यकर्ताओं या साधारण भाईयों और बहनों के कार्यों की ओर संकेत कर रहा हूँ।

सोमवार, 18 फ़रवरी 2019

Hindi Christian Song | एक दूसरा युग, दूसरा दिव्य कार्य | Do You Know the Work of God in the New Age?

New Hindi Christian Song | एक दूसरा युग, दूसरा दिव्य कार्य | Do You Know the Work of God in the New Age?

अंतिम दिनों में, प्रमुख रूप से यह सत्य कि "वचन देहधारी हुआ" परमेश्वर के द्वारा पूर्ण किया जाता है। अपने वास्तविक कार्यों के द्वारा ज़मीं पे, ईश्वर कारण बनता है कि मानव उसे जाने, कारण बनता है कि मानव उससे जुड़ता है, और मानव को दिखाता है अपने असली कर्म।

शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2019

पवित्र आत्मा का कार्य क्या है? पवित्र आत्मा का कार्य कैसे प्रकट किया जाता है?

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पवित्र आत्मा का कार्य क्या है? पवित्र आत्मा का कार्य कैसे प्रकट किया जाता है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
जब पवित्र आत्मा कार्य करता है, तो लोग सक्रिय रूप से प्रवेश कर सकते हैं; वे निष्क्रिय नहीं होते और उन्हें बाध्य भी नहीं किया जाता, बल्कि वे सक्रिय रहते हैं। जब पवित्र आत्मा कार्य करता है तो लोग प्रसन्न और इच्छापूर्ण होते हैं, और वे आज्ञा मानने के लिए तैयार होते हैं, और स्वयं को दीन करने में प्रसन्न होते हैं, और यद्यपि भीतर से पीड़ित और दुर्बल होते हैं, फिर भी उनमें सहयोग करने का दृढ़ निश्चय होता है, वे ख़ुशी-ख़ुशी दुःख सह लेते हैं, वे आज्ञा मान सकते हैं, और वे मानवीय इच्छा से निष्कलंक रहते हैं, मनुष्य की विचारधारा से निष्कलंक रहते हैं, और निश्चित रूप से मानवीय अभिलाषाओं और अभिप्रेरणाओं से निष्कलंक रहते हैं। जब लोग पवित्र आत्मा के कार्य का अनुभव करते हैं, तो वे भीतर से विशेष रूप से पवित्र हो जाते हैं।

रविवार, 10 फ़रवरी 2019

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन|पवित्र आत्मा का कार्य और शैतान का कार्य

सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन-पवित्र आत्मा का कार्य और शैतान का कार्य

तुम आत्मा के सुनिश्चित विवरणों को कैसे समझते हो? पवित्र आत्मा मनुष्य में कैसे कार्य करता है? शैतान मनुष्य में कैसे कार्य करता है? दुष्ट आत्माएँ मनुष्य में कैसे कार्य करती हैं? और इस कार्य के प्रकटीकरण क्या हैं? जब तुम्हारे साथ कुछ घटित होता है, तो क्या यह पवित्र आत्मा की ओर से होता है, और क्या तुम्हें उसे मानना चाहिए या ठुकरा देना चाहिए? लोगों की वास्तविक क्रिया उसे बहुत बढ़ा देती है जो मनुष्य की इच्छा से आती है, परंतु फिर भी लोग मानते हैं कि वह पवित्र आत्मा की ओर से है।

शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2019

सुसमाचार को फैलाने का कार्य मनुष्यों को बचाने का कार्य भी है

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सुसमाचार को फैलाने का कार्य मनुष्यों को बचाने का कार्य भी है

सभी लोगों को पृथ्वी पर मेरे कार्य के उद्देश्य को समझने की आवश्यकता है, अर्थात्, मेरे कार्य का अंतिम उद्देश्य और इससे पहले कि इसे पूरा किया जा सके कौन सा स्तर मुझे इस कार्य में अवश्य प्राप्त कर लेना चाहिए। यदि, आज के दिन तक मेरे साथ चलते रहे लोग यह नहीं समझते हैं कि मेरा समस्त कार्य किस बारे में है, तो क्या वे मेरे साथ व्यर्थ में नहीं चल रहे हैं? जो लोग मेरा अनुसरण करते हैं उन्हें मेरी इच्छा जाननी चाहिए। मैं हज़ारों सालों से पृथ्वी पर कार्य करता आ रहा हूँ, और आज के दिन तक अभी भी मैं अपना कार्य इसी तरह से कर रहा हूँ।

शनिवार, 2 फ़रवरी 2019

Hindi Christian Song | क्या तुम परमेश्वर के वर्तमान कार्य का अनुसरण करते हो | Follow God's Footsteps

Hindi Christian Song | क्या तुम परमेश्वर के वर्तमान कार्य का अनुसरण करते हो | Follow God's Footsteps

नहीं कर सकते तुम आज के प्रकाश का अनुसरण अगर, तो फिर दूरी है तुम में और परमेश्वर में, टूट भी चुका हो वो रिश्ता शायद, एक सामान्य आत्मिक जीवन के बग़ैर हो तुम। एक सामान्य रिश्ता परमेश्वर से आज बनाया जाता है परमेश्वर के वचनों की स्वीकृति पर। क्या सामान्य आत्मिक जीवन है तुम्हारा? क्या मुनासिब रिश्ता है परमेश्वर से तुम्हारा?

शुक्रवार, 11 जनवरी 2019

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर III" (भाग सात)

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है (III) परमेश्वर का अधिकार (II)" (भाग सात)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "इसे साधारण रूप से कहें, तो परमेश्वर के अधिकार के अधीन प्रत्येक व्यक्ति सक्रियता से या निष्क्रियता से उसकी संप्रभुता एवं इंतज़ामों को स्वीकार करता है, और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि वह किस प्रकार अपने जीवन के पथक्रम में संघर्ष करता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि वह कितने टेढ़े-मेढ़े पथों पर चलता है, क्योंकि अंत में वह नियति की परिक्रमा-पथ पर वापस लौट आएगा जिसे सृष्टिकर्ता ने उस पुरुष या स्त्री के लिए चिन्हित किया है।

रविवार, 16 दिसंबर 2018

26. पवित्रा आत्मा सैद्धांतिक तरीके में काम करता है

मसीह के न्याय के अनुभव की गवाहियाँ, पवित्र आत्मा, परमेश्वर का कार्य

26. पवित्रा आत्मा सैद्धांतिक तरीके में काम करता है


किन शुटिंग लिनयी शहर, शैंडॉन्ग प्रांत
कुछ समय से, यद्यपि मैंने परमेश्वर के वचनों को खाना और पीना बंद नहीं किया था, मैं कभी भी प्रकाश को महसूस नहीं करती थी। मैं ने इसके लिए परमेश्वर से प्रार्थना की थी लेकिन, उसके बाद भी, मुझे प्रबुद्ध नहीं किया गया था। इसलिए मैं सोचती थी कि, "मुझे जो खाना और पीना चाहिए था मैंने उसे खाया और पिया है और परमेश्वर मुझे प्रबुद्ध नहीं कर रहा है। ऐसा कुछ नहीं हैं जो मैं कर सकती हूँ, और मेरे पास परमेश्वर के वचन हासिल करने की योग्यता नहीं है। परमेश्वर द्वारा हर मनुष्य को प्रबुद्ध करने का समय एक होता है, इसलिए इसके लिए शीघ्रता करने की कोशिश करने का कोई उपयोग नहीं है।" इसके बाद, मैं "धैर्यपूर्वक" परमेश्वर की प्रबुद्धता का इंतजार करते हुए, नियम का पालन करती थी और किसी चिंता के बिना परमेश्वर के वचनों के वचनों को खाती और पीती थी।

बुधवार, 31 अक्तूबर 2018

मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II" (भाग एक के क्रम में)

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II" (भाग एक के क्रम में)

इस वीडियो में परमेश्वर के वचन "वचन देह में प्रकट होता है" पुस्तक से हैं। इस वीडियो की सामग्री: परमेश्वर के प्रबन्ध का कार्य एवं मानवजाति का उद्धार अब्राहम द्वारा इसहाक के बलिदान के साथ प्रारम्भ होता है। परमेश्वर परवाह नहीं करता है यदि मनुष्य मूर्ख है—वह केवल यह मांग करता है कि मनुष्य सच्चा हो मनुष्य अपनी ईमानदारी और आज्ञाकारिता की वजह से परमेश्वर की आशीषों प्राप्त करता है ऐसे लोग जो परमेश्वर को जानते हैं और जो उसकी गवाही देने के योग्य हैं उन्हें हासिल करना परमेश्वर की अपरिवर्तनीय इच्छा है

शनिवार, 27 अक्तूबर 2018

मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर I" (भाग चार के क्रम में)

मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर I" (भाग चार के क्रम में)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं "यद्यपि परमेश्वर ने इंद्रधनुष का उपयोग करते हुए मानवजाति के साथ एक वाचा बाँधी फिर भी उसने किसी को कभी नहीं बताया कि क्यों उसने ऐसा किया था, क्यों उसने इस वाचा को ठहराया था, मतलब उसने कभी किसी को अपने वास्तविक विचारों को नहीं बताया था। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसा कोई नहीं है जो उस प्रेम की गहराई को बूझ सकता है जो मानवजाति के लिए परमेश्वर के पास है जिसे उसने अपने हाथों से बनाया था, और साथ ही ऐसा कोई भी नहीं है जो यह तारीफ कर सके कि उसके हृदय ने वास्तव में कितनी पीड़ा सहन की थी जब उसने मानवता का विनाश किया था। इसलिए, भले ही वह लोगों को बताता है कि वह कैसा महसूस करता है, फिर भी वे इस भरोसे की ज़िम्मेदारी लेकर उसका आरम्भ नहीं कर सकते है।

गुरुवार, 25 अक्तूबर 2018

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II" (भाग एक)

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर II" (भाग एक)

इस वीडियो में परमेश्वर के वचन "वचन देह में प्रकट होता है" पुस्तक से हैं। इस वीडियो की सामग्री: कोई भी उस कार्य को बाधित नहीं कर सकता है जिसे करने का परमेश्वर ने दृढ़ निश्चय करता है "परमेश्वर की प्रबन्धकीय योजना किसी भी मनुष्य, मामले, या पर्यावरण के द्वारा अप्रभावित है। वह सब कुछ जिसे करने के लिए उसने दृढ़ निश्चय किया है वह समय पर एवं उसकी योजना के अनुसार खत्म एवं पूर्ण होगा, और उसके कार्य के साथ किसी भी मनुष्य के द्वारा हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता है। परमेश्वर मनुष्य की कुछ मूर्खताओं एवं अज्ञानताओं पर ध्यान नहीं देता है, और यहाँ तक उसके प्रति मनुष्य के कुछ प्रतिरोध एवं अवधारणाओं को भी नज़रअंदाज़ करता है; इसके बदले, वह बिना किसी संकोच के उस कार्य को करता है जो उसे करना चाहिए। यह परमेश्वर का स्वभावहै, और उसकी सर्वसामर्थता का प्रतिबिम्ब है।"

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर I" (भाग चार)

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "परमेश्वर का कार्य, परमेश्वर का स्वभाव और स्वयं परमेश्वर I" (भाग चार)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं "यद्यपि परमेश्वर ने इंद्रधनुष का उपयोग करते हुए मानवजाति के साथ एक वाचा बाँधी फिर भी उसने किसी को कभी नहीं बताया कि क्यों उसने ऐसा किया था, क्यों उसने इस वाचा को ठहराया था, मतलब उसने कभी किसी को अपने वास्तविक विचारों को नहीं बताया था। ऐसा इसलिए है क्योंकि ऐसा कोई नहीं है जो उस प्रेम की गहराई को बूझ सकता है जो मानवजाति के लिए परमेश्वर के पास है जिसे उसने अपने हाथों से बनाया था, और साथ ही ऐसा कोई भी नहीं है जो यह तारीफ कर सके कि उसके हृदय ने वास्तव में कितनी पीड़ा सहन की थी जब उसने मानवता का विनाश किया था। इसलिए, भले ही वह लोगों को बताता है कि वह कैसा महसूस करता है, फिर भी वे इस भरोसे की ज़िम्मेदारी लेकर उसका आरम्भ नहीं कर सकते है।

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