उत्तर: "परमेश्वर में विश्वास करना, बाइबल में विश्वास करना है, बाइबल को छोड़ देना परमेश्वर में विश्वास करना नहीं है," यह कथन गलत है! क्या बाइबल लोगों को बचा सकती है? क्या बाइबल परमेश्वर की जगह ले सकती है? क्या बाइबल के कार्य की जगह ले सकती है? क्या यह परमेश्वर का प्रतिनिधित्व कर सकती है और अंत के दिनों का उनका न्याय का कार्य कर सकती है?
चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं। हम सभी सत्य-के-साधकों का यहाँ आने और देखने के लिए स्वागत करते हैं।
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सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की मूलभूत मान्यताएँ
(1) सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के सिद्धांत ईसाई धर्म के सिद्धांत बाइबल से उत्पन्न होते हैं, और सर्वशक्तिमान परमेश्वर की क...
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गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020
सोमवार, 3 फ़रवरी 2020
धार्मिक पादरी और एल्डर्स प्रभु के वचनों को फैलाने या उनके इरादों की चर्चा करने के बजाय, अक्सर बाइबल में मनुष्य के कथनों और ख़ासकर पौलुस के कथनों को समझाते हैं। यही सच है। मैं एक बात नहीं समझ पायी, क्या पूरा बाइबल परमेश्वर से प्रेरित नहीं है? क्या बाइबल की हर बात परमेश्वर का वचन नहीं है? आप बाइबल में मनुष्य के वचनों और परमेश्वर के वचनों में इतना फ़र्क क्यों करते हैं? क्या बाइबल में मनुष्य का हर कथन परमेश्वर से प्रेरित नहीं है?
उत्तर: "सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है।" क्या आप जानते हैं कि यह बात किसने कही थी? क्या इसे परमेश्वर ने कहा या मनुष्य ने? किस आधार पर आप यह कहते हैं "सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है?" "सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है।"
बुधवार, 15 जनवरी 2020
2,000 वर्षों तक, धार्मिक विश्व ने इस विश्वास का समर्थन किया है कि बाइबल परमेश्वर की प्रेरणा से दी गई है, कि यह पूरी तरह परमेश्वर का वचन है, इसलिए, बाइबल प्रभु का प्रतिनिधित्व करती है। जो इस बात से इनकार करते हैं कि बाइबल परमेश्वर की प्रेरणा से दी गई है और उनका वचन है धार्मिक विश्व निश्चित रूप से उनकी निंदा करेगा एवं उन्हें विधर्मी कहेगा। क्या इस समझ में कुछ गलत है?
उत्तर: धार्मिक विश्व के बहुत से लोग मानते हैं कि संपूर्ण बाइबल परमेश्वर की प्रेरणा से दी गयी है, और संपूर्ण बाइबल परमेश्वर का वचन है। यह स्पष्ट रूप से एक गलत धारणा है! बाइबल में मौजूद सभी पत्रियों एवं प्रेरितों के अनुभवों और गवाहियों में रचयिता का नाम साफ-साफ बताया गया है।
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