चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं। हम सभी सत्य-के-साधकों का यहाँ आने और देखने के लिए स्वागत करते हैं।

菜单

घर

सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की मूलभूत मान्यताएँ

(1)  सर्वशक्तिमान परमेश्वर की  कलीसिया  के सिद्धांत ईसाई धर्म के सिद्धांत बाइबल से उत्पन्न होते हैं, और  सर्वशक्तिमान परमेश्वर  की क...

गुरुवार, 13 जून 2019

अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश 2)



अंतिम दिनों के मसीह के कथन "स्वयं परमेश्वर, जो अद्वितीय है III परमेश्वर का अधिकार" (अंश 2)

सर्वशक्तिमान परमेश्वर कहते हैं: "इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि किसी व्यक्ति की योग्यताएं कितनी ऊंची हैं, वह दूसरों की नियति को प्रभावित नहीं कर सकता है, आयोजित, व्यवस्थित, नियन्त्रित, या परिवर्तित तो बिलकुल नहीं कर सकता है। केवल स्वयं अद्वितीय परमेश्वर ही मनुष्य के लिए सभी हालातों को नियन्त्रित करता है, क्योंकि केवल वह ही अद्वितीय अधिकार धारण करता है जो मानव की नियति के ऊपर संप्रभुता रखता है; और इस प्रकार केवल सृष्टिकर्ता ही मनुष्य का अद्वितीय स्वामी है।
परमेश्वर का अधिकार न केवल सृजे गए मानवता के ऊपर संप्रभुता रखता है, बल्कि न सृजी गई चीज़ों के ऊपर जिन्हें कोई मानव देख नहीं सकता है, तारों के ऊपर, एवं विश्व के ऊपर भी संप्रभुता रखता है। यह एक निर्विवादित तथ्य है, ऐसा तथ्य जो वाकई में अस्तित्व में है, जिसे कोई मनुष्य या चीज़ बदल नहीं सकता है।......यदि तुमने अपने जीवन में परमेश्वर की संप्रभुता एवं उसके इंतज़ामों का कभी भी आभास नहीं किया है, परमेश्वर के अधिकार को बिलकुल भी पहचाना एवं स्वीकारा नहीं है, तो उस मार्ग के कारण जिसे तुमने लिया है और उस चुनाव के कारण जो तुमने किया है, तुम पूरी तरह से निकम्मे हो जाओगे, तुम निःसन्देह परमेश्वर की घृणा एवं तिरस्कार के पात्र हो जाओगे। परन्तु ऐसे लोग जो, परमेश्वर के कार्य में, उसकी परीक्षाओं को स्वीकार कर सकते हैं, उसकी संप्रभुता को ग्रहण कर सकते हैं, उसके अधिकार के अधीन हो सकते हैं, और आहिस्ता आहिस्ता उसके वचनों का वास्तविक अनुभव हासिल कर सकते हैं, वे परमेश्वर के अधिकार के वास्तविक ज्ञान को, एवं उसकी संप्रभुता की वास्तविक समझ को अर्जित कर चुके होंगे, और वे सचमुच में सृष्टिकर्ता के अधीन हो गए होंगे। केवल इस प्रकार के लोगों को ही सचमुच में बचाया गया होगा।"
अनुशंसित:सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कथन "तीन चेतावनियाँ" | The Warning of God to Man (Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Popular Posts