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सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की मूलभूत मान्यताएँ

(1)  सर्वशक्तिमान परमेश्वर की  कलीसिया  के सिद्धांत ईसाई धर्म के सिद्धांत बाइबल से उत्पन्न होते हैं, और  सर्वशक्तिमान परमेश्वर  की क...

शनिवार, 20 अप्रैल 2019

28 मई के झाओयुआन मामले में चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुकदमे के पीछे किस तरह का षडयंत्र था?


झेंग वेगुओ (शहरी संयुक्त मोर्चा कार्य विभाग के मंत्री): सीसीपी सरकार सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया को इस तरह से दबाती और दोषी ठहराती है लेकिन तुम्हें लगता है कि वे सब झूठे और बेबुनियाद इल्ज़ाम हैं।
तो मैं तुमसे पूछता हूँ, कि तुम मई 28 के शेंडोंग के झाओयुआन मामले के बारे में क्या कहोगे जिसने देश और पूरी दुनिया को हिला दिया था? आखिरकार इस मामले की सुनवाई खुले न्यायालय में हुई थी! शेंडोंग के झाओयुआन मामले की घटना के बाद, सरकार ने गृह कलीसियाओं पर कार्रवाई तेज़ कर दी है, जिसके लिए सशस्त्र पुलिस बलों तक का उपयोग कर सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के सदस्यों पर कार्रवाई करने के लिए एक जबर्दस्त चंहुमुखी खोज-और-गिरफ्तारी का अभियान छेड़ा। हालांकि लोगों ने शेंडोंग के झाओयुआन मामले पर कई संदेह खड़े किए हैं, यह मानते हुए कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया पर कार्रवाई करने के पक्ष में जनमत खड़ा करने के लिए चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने एक झूठा केस गढ़ा था, चीनी मीडिया ने इस बात पर ध्यान दिए बिना कि तथ्य सही हैं या गलत, मामले की जानकारी सार्वजनिक कर दी है। इस बात ने दुनिया के विभिन्न देशों पर कुछ प्रभाव डाला है। शेंडोंग के झाओयुआन मामले को चाहे जैसे नकारा जाए, बहुत से लोग अभी भी कम्युनिस्ट पार्टी पर विश्वास करते हैं। इसलिये मुझे बताओ कि शेंडोंग के झाओयुआन मामले के बारे में तुम्हारी क्या राय है।
झेंग यी (एक ईसाई): पिताजी, सीसीपी सरकार कब तक दुनिया को इस शेंडोंग के झाओयुआन मामले पर बेवक़ूफ़ बना सकती है जो उसने अकेले ही गढ़ा है? क्या यह चीनी कम्युनिस्ट सरकार को उसके निश्चित अंत से बचा सकता है? शेंडोंग के झाओयुआन मामले ने उस समय घरेलु और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत प्रभाव डाला था। इसने बहुत से नासमझ लोगों को धोखा दिया है। पर क्या काले बादल सूरज को हमेशा के लिए छुपा सकते हैं? क्या कौवे के पंख सूरज की महिमा को रोक सकते हैं? झूठ तथा धोखा अस्थायी होते हैं। झूठ हमेशा झूठ होता है, वह कभी सत्य नहीं बन सकता। चीनी कम्युनिस्ट सरकार अपने छल-कपट और धोखे के लिए,बदनाम, भ्रष्ट और बुरी हो चुकी है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार देश और विदेश में बदनाम है। क्या केवल धोखा और कपट चीनी कम्युनिस्ट सरकार को बचा सकते हैं? पूरी दुनिया के लोग चीनी कम्युनिस्ट सरकार के सार को समझ रहे हैं। कोई भी अब इनमें विश्वास नहीं करता है। क्योंकि चीनी कम्युनिस्ट सरकार एक बदनाम नास्तिक पार्टी और शैतानी बुरा समूह है जो दुनिया में परमेश्वर के लिए सबसे कपटी और विरोधी है, चीनी कम्युनिस्ट सरकार के न्यायालय, शैतान के न्यायालय हैं। क्या इन न्यायालयों में निष्पक्ष, न्याय हो सकता है? चीनी कम्युनिस्ट सरकार एक एक-पक्षीय तानाशाही और एक-पक्षीय अत्याचारी है। चीन में कोई स्वतंत्र न्यायपालिका नहीं है। इसके न्यायाधीशों के पास अपने कोई अधिकार नहीं है। वे सभी चीनी सरकार से आदेश लेते हैं और सरकार के इरादों के अनुसार मामलों की सुनवाई करते हैं। ये सब जानते है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार के न्यायालयों में निर्णित मामले पूरी तरह से निरर्थक, तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किए जाने वाले, और स्याह को सफ़ेद करने वाले हैं। बरसों शासन चलाते रहने के कारण चीनी कम्युनिस्ट सरकार निरंतर आम राय पैदा करने पर यकीन करती रही है। और वह इस कला में बहुत माहिर है! जब शेंडोंग के झाओयुआन मामले की सुनवाई की गयी तो, प्रतिवादियों ने न्यायालय में स्पष्ट रूप से कहा, "मेरा कभी भी सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया से संपर्क नहीं रहा।" "राज्य ने जिस पर कड़ी कार्रवाई की है वह, वे 'सर्वशक्तिमान परमेश्वर' हैं जिन पर झाओ वेइशन का विश्वास है, न कि वे 'सर्वशक्तिमान परमेश्वर' पर जिन पर हम विश्वास करते हैं।" प्रतिवादियों ने खुद यह स्वीकार नहीं किया कि वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया से संबंधित हैं और कलीसिया उन्हें नहीं जानती। चीनी कम्युनिस्ट सरकार के न्यायाधीश तथ्यों की जाँच क्यों नहीं की? सबूतों के अभाव में, इन संदिग्धों को सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के मत्थे मढ़ने के लिए न्यायाधीश अड़े क्यों रहे? क्या यह फंसाने की साज़िश नहीं थी? क्या यह जालसाज़ी और छल नहीं था? अब कोई भी सरकारी मीडिया और उनकी झूठी रिपोर्टों पर विश्वास नहीं करता। पिताजी, आपने इतने वर्षों तक कम्युनिस्ट व्यवस्था में काम किया है, आप इन बातों को मुझसे ज़्यादा अच्छे से जानते हैं। क्या आप वाकई मानते हैं कि शेंडोंग के झाओयुआन मामले से चीनी कम्युनिस्ट सरकार को सत्ता में रहने में मदद मिलेगी?
झेंग रुई (एक ईसाई): पिताजी, कई वर्षों तक एक रिपोर्टर रहने के कारण, मैं पूरी तरह से इन बातों को समझती हूँ। हर बार हिंसक तरीके से धार्मिक विश्वासों, लोकतांत्रिक अधिकार आंदोलनों, जातीय विरोध आदि को दबाने से पहले, चीनी कम्युनिस्ट सरकार एक झूठा मामला गढ़ती है और लोगों को उत्तेजित करने के लिए अंधाधुंध सार्वजनिक राय बनाती है, और फिर एक ख़ूनी कार्रवाई करती है। चार जून के छात्र आंदोलन को ही ले लीजिये, जिसने भ्रष्टाचार, लोकतंत्र, और स्वतंत्रता के खिलाफ सत्यनिष्ठा की वकालत शुरू कर दी। इसके बाद चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने कुछ अज्ञात लोगों को छात्रों के रूप में समूह में घुसपैठ के निर्देश दे कर लड़ाई, लूटपाट, आगजनी, सैन्य वाहनों को पलटने और अराजकता पैदा करने जैसे काम करवाए। इसने छात्र आंदोलन पर दंगे भड़काने के मनोरथ वाले "प्रतिक्रांतिकारी" आंदोलन होने का आरोप लगाया, जिसने चीनी कम्युनिस्ट सरकार को छात्र समूह को दबाने का मनमुताबिक बहाना दे दिया। इसके बाद चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने इन छात्रों पर ख़ूनी कार्रवाई शुरू कर दी। कम-से-कम कई हज़ार छात्रों को गोली मार दी गयी और टैंकों से उनको कुचला गया। इसी प्रकार चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने ख़ूनी तियानानमेन घटना की योजना बनाई जिसने चीनी लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए और दुनिया को अचंभित कर दिया! इसी तरह से चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने तिब्बत में बड़े पैमाने के जनविरोध को दबा दिया। चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने विरोध कर रही भीड़ में लोगों को जानबूझकर आगजनी, हत्या, डकैती और लूटपाट करने के लिए डाला। इसके बाद तिब्बती विरोध को कुचलने के बहाने से विरोध कर रही भीड़ का नरसंहार करने के लिए सेना बुला ली। यह तथ्य ये साबित करने के लिए बहुत हैं कि झूठ गढ़ने, तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने और झूठे आरोप मढ़ने के बाद, हिंसक दमन चीनी कम्युनिस्ट सरकार का विरोध को मिटा देने का आम तरीका है। शेंडोंग के झाओयुआन मामले ने जनमत की उस भावना को आधार बनाया जिसने सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया के चीनी कम्युनिस्ट सरकार द्वारा निर्मम दमन और अत्याचार होने दिया। चीनी कम्युनिस्ट सरकार द्वारा धार्मिक उत्पीडन का यह एक और मुख्य अपराध है। पिताजी, आप चीनी कम्युनिस्ट सरकार की व्यवस्था के एक अधिकारी हैं, आपको चीनी कम्युनिस्ट सरकार के कार्य करने के तरीकों के बारे में हमसे बेहतर पता होना चाहिए!
मु शिनपिंग (शहरी संयुक्त मोर्चा कार्य विभाग के एक मंत्री की पत्नी): ओह, मैं इतने वर्षों से कम्युनिस्टों के साथ रही हूँ, चीनी कम्युनिस्ट सरकार क्या है इस बारे में मैं एकदम स्पष्ट हूँ। चीनी कम्युनिस्ट सरकार के अधिकारियों की भव्य उपस्थिति के बाद भी, जो कुछ भी वे परदे के पीछे करते हैं, वह सब कुछ बुरे कार्य और सौदेबाज़ी हैं। झाओयुआन मामले पर कुछ कहने की ज़रूरत नहीं है, कम्युनिस्ट न्यायालयों की सुनवाई में कोई निष्पक्षता नहीं है। सभी मामलों के पीछे लेनदेन और रिश्वतखोरी है। धर्मों और जातीय अल्पसंख्यकों से जुड़े सभी मामलों के पीछे राजनीतिक कारण हैं। अब जबकि चीनी कम्युनिस्ट सरकार के सभी बुरे कामों को लोगों ने उजागर कर दिया है, तो झाओयुआन मामले की भ्रामक प्रकृति लम्बे समय तक छुपी नहीं रह पायेगी।
झेंग वेगुओ: तुम्हें सरकार के नापाक इरादों की इतनी समझ है, इसकी उम्मीद मुझे नहीं थी। ऐसा लगता है तुम लोग वाकई बड़े हो गए हो। लेकिन तुम्हें अभी अनुभव नहीं है। उन गुस्सैल जवानों के कारण हुई 1989 की चार जून की घटना के फसाद के बाद क्या हुआ था? क्या उन सभी को कुचल नहीं दिया गया? उनमें से कुछ तो मारे गए, कुछ घायल हुए और कुछ जेल चले गए जबकि बाकी विदेश भाग गए। चीनी कम्युनिस्ट सरकार का विरोध करने की किसकी हिम्मत हुई? भले ही झाओयुआन मामला झूठ और अन्याय का मामला था, पर उससे क्या? चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने कई अन्यायपूर्ण और झूठे मामले बनाये हैं, उनमें से कई मामले लोगों की जानकारी में भी हैं। लेकिन कौन इस समस्या को सुलझा सकता है? कौन चीनी कम्युनिस्ट सरकार के बारे में कुछ कर सकता है? जानते हो चीनी कम्युनिस्ट सरकार किस बात पर विश्वास करती है? चीनी कम्युनिस्ट सरकार एक क्रांतिकारी पार्टी है। वह केवल झूठ और हिंसा में विश्वास करती है, यानी, हिंसा से सत्ता पर कब्ज़ा करने में! चीनी कम्युनिस्ट सरकार के तर्क से देखा जाये तो, "हज़ार बार दोहराये जाने पर कोई भी झूठ सच हो जाता है।" चाहे कितने ही लोग उस पर शक करें, उसे नकारें या उस पर अविश्वास करें, सरकार इसकी रत्ती भर भी परवाह नहीं करती, और वह उसी तरह झूठ बोलना और धोखा देना जारी रखती है। अपने तुरंत फायदे और उद्देश्य के लिये, उसे जो भी कीमत चुकानी पड़े, उसकी वो परवाह नहीं करती! अगर लोग उससे बगावत करते या उसके विरोध में जुलूस निकालते हैं, तो वह इससे निपटने के लिए टैंकों और मशीन गनों का उपयोग करेगी। ज़रूरत पड़ने पर वह विरोधी ताकतों का सामना करने के लिए एटम बम और मिसाइलों का उपयोग करेगी। चीनी कम्युनिस्ट सरकार सत्ता में टिके रहने के लिये किसी भी हद तक जा सकती है। जैसे ही शेंडोंग के झाओयुआन मामले की सार्वजनिक रूप से घोषणा की गयी, ईसाइयों को दबाने और किसी भी कीमत पर गिरफ़्तार करने के लिए चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने सशस्त्र पुलिस इकाइयों की तैनाती शुरू कर दी थी। इसे कौन रोक सकता है? इसका विरोध करने की हिम्मत किस में है? विदेशी लोग चीनी कम्युनिस्ट सरकार के धोखे को देखकर भी क्या कर पाए? चीनी कम्युनिस्ट सरकार के पास पश्चिमी लोकतांत्रिक ताकतों की निंदा का मुकाबला करने के कई तरीके हैं, वह पैसों से सबकुछ निपटा लेती है। जैसा कि कहा जाता है, "भेंट पाना यानी अपनी आज़ादी बेच देना।" अब कम-से-कम देश चीनी कम्युनिस्ट सरकार की निंदा कर रहे हैं। विरोधी ताकतें अपनी आवाज़ उठाने से डर रही हैं। और चीनी कम्युनिस्ट सरकार अभी भी अपने शासन को बनाये रखने में सक्षम है। जब तक कम्युनिस्ट पार्टी सत्ता में है, तुम जैसे परमेश्वर के विश्वासी स्वतंत्र होने की उम्मीद नहीं कर सकते। चीन में परमेश्वर के प्रकटन और कार्य से सीसीपी सरकार ज़रूर उस पर बंदिश लगाएगी। चाहे चीनी कम्युनिस्ट सरकार चीन में एक नास्तिक अस्तित्व के लक्ष्य को प्राप्त करे या नहीं, यह तुम्हें गिरफ़्तार करना और दबाना कभी बंद नहीं करेगी! मुझे ये पहले से पता है।
"परिवार में रक्तिम पुनर्शिक्षा" फ़िल्म की स्क्रिप्ट से लिया गया अंश

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