चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं। हम सभी सत्य-के-साधकों का यहाँ आने और देखने के लिए स्वागत करते हैं।

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सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की मूलभूत मान्यताएँ

(1)  सर्वशक्तिमान परमेश्वर की  कलीसिया  के सिद्धांत ईसाई धर्म के सिद्धांत बाइबल से उत्पन्न होते हैं, और  सर्वशक्तिमान परमेश्वर  की क...

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शनिवार, 6 जुलाई 2019

प्रभु यीशु ने स्वर्ग राज्य की चाबियाँ पेत्रुस को क्यों दीं

यांग किंग
बाइबल पढ़कर चकराना
जब मैं सुबह जल्दी उठ गयी, तो मैंने प्रार्थना की, फिर बाइबल में मत्ती 16:19 खोला, जहाँ प्रभु यीशु पतरस से कहते हैं: "मैं तुझे स्वर्ग के राज्य की कुंजियाँ दूँगा: और जो कुछ तू पृथ्वी पर बाँधेगा, वह स्वर्ग में बंधेगा; और जो कुछ तू पृथ्वी पर खोलेगा, वह स्वर्ग में खुलेगा।"

सोमवार, 17 जून 2019

एक ईसाई के रूप में, नियमित रूप से सभाओं में भाग लेने अवहेलना नहीं की जा सकती!

शियाओगाओ
आध्‍यात्मिक प्रश्नोत्तर में शामिल होने वाले भाई-बहनों को मेरा नमस्कार,
मैं दिन के वक्‍़त काम करके बहुत थक जाती हूँ, और इस कारण रात में ठीक से सो नहीं पाती। नतीजतन, मैं सभाओं में समय पर पहुँच पाने को तैयार नहीं हूँ। मैं सीमित होकर रहना पसंद नहीं करती। मुझे लगता है कि आध्‍यात्मिक ज़रूरतें होने पर ही अगर मैं अपने भाई-बहनों से चर्चा करने के लिए मिल सकूं, तो वह ठीक रहेगा। मैं यह जानने को उत्‍सुक हूँ कि इस समस्या का कारण क्‍या है। इसका समाधान मैं किस प्रकार करूं।
एन जिंग

रविवार, 24 मार्च 2019

5. परमेश्वर के साथ कोई एक सामान्य सम्बन्ध कैसे स्थापित कर सकता है?

दैनिक भक्तिपूर्ण पाठ, परमेश्वर के पास वापस, सुसमाचार से सम्बन्धित सत्य

परमेश्वर के साथ कोई एक सामान्य सम्बन्ध कैसे स्थापित कर सकता है?

परमेश्वर के प्रासंगिक वचन:
तहेदिल से परमेश्वर की आत्मा को स्पर्श करके लोग परमेश्वर पर विश्वास करते हैं, उससे प्रेम करते हैं, और उसे संतुष्ट करते हैं, और इस प्रकार वे परमेश्वर की संतुष्टि प्राप्त करते हैं; जब वे तहेदिल से परमात्मा के शब्दों को समझते हैं, तो परमेश्वर की आत्मा का उन पर भावनात्मक प्रभाव पड़ता है। यदि तुम एक उचित आध्यात्मिक जीवन प्राप्त करना चाहते हो और परमेश्वर के साथ एक उचित संबंध स्थापित करना चाहते हैं, तो तुमको पहले उसे अपना हृदय अर्पित करना होगा, और अपने हृदय को उनके सामने शांत करना होगा। अपने पूरे हृदय को परमेश्वर की स्तुति में डुबोकर ही तुम धीरे-धीरे एक उचित आध्यात्मिक जीवन का विकास कर सकते हो।

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