Hindi Gospel Movie "मेरे काम में दखल मत दीजिए" क्लिप 2 - प्रभु यीशु के दूसरे आगमन के सुसमाचार को स्वीकार करना और परमेश्वर के सामने स्वर्गारोहित किया जाना
बाइबल में, पौलुस ने कहा था, "मुझे आश्चर्य होता है कि जिसने तुम्हें मसीह के अनुग्रह में बुलाया उससे तुम इतनी जल्दी फिर कर और ही प्रकार के सुसमाचार की ओर झुकने लगे।" (ग़लातियों 1:6)।(© BSI)
पादरी और एल्डर्स पौलुस के इन वचनों की ग़लत व्याख्या करते हैं, और उन सभी की, जो प्रभु यीशु के दूसरे आगमन के सुसमाचार को स्वीकार करते हैं, यह कहते हुए निंदा करते हैं कि यह स्वधर्म त्याग होगा और कि यह प्रभु के साथ विश्वासघात करना होगा। इसलिए कुछ विश्वासी प्रभु का स्वागत करने के अवसर को गँवा देते हैं, क्योंकि उन्हें धोखा दिया जा चुका है। यह सुस्पष्ट है कि प्रभु की वापसी का हमारे द्वारा स्वागत किए जाने के लिए इस पाठ के सच्चे अर्थ को स्पष्ट रूप से समझना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। शास्त्र के इस अंश का सही अर्थ क्या है? क्या प्रभु यीशु के सुसमाचार को स्वीकार करना स्वधर्म त्याग है?
पादरी और एल्डर्स पौलुस के इन वचनों की ग़लत व्याख्या करते हैं, और उन सभी की, जो प्रभु यीशु के दूसरे आगमन के सुसमाचार को स्वीकार करते हैं, यह कहते हुए निंदा करते हैं कि यह स्वधर्म त्याग होगा और कि यह प्रभु के साथ विश्वासघात करना होगा। इसलिए कुछ विश्वासी प्रभु का स्वागत करने के अवसर को गँवा देते हैं, क्योंकि उन्हें धोखा दिया जा चुका है। यह सुस्पष्ट है कि प्रभु की वापसी का हमारे द्वारा स्वागत किए जाने के लिए इस पाठ के सच्चे अर्थ को स्पष्ट रूप से समझना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। शास्त्र के इस अंश का सही अर्थ क्या है? क्या प्रभु यीशु के सुसमाचार को स्वीकार करना स्वधर्म त्याग है?
अब पहले से ही आखिरी दिन हैं। सबसे महत्वपूर्ण क्षण में, हम प्रभु का स्वागत कैसे कर सकते हैं और स्वर्गीय राज्य में पहुंच सकते हैं? यदि आपको अपने विश्वास और जीवन में कोई भ्रम या समस्या है, तो बेझिझक उनका पता लगाएं और हमारे साथ बात करें।
मैसेंजर के माध्यम से हमारे साथ चैट करें। https://bit.ly/2ue9hh1
WhatsApp: +39-331-824-1875
सुसमाचार हॉटलाइन:+91 87539 62907
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें