चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं। हम सभी सत्य-के-साधकों का यहाँ आने और देखने के लिए स्वागत करते हैं।

菜单

घर

सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की मूलभूत मान्यताएँ

(1)  सर्वशक्तिमान परमेश्वर की  कलीसिया  के सिद्धांत ईसाई धर्म के सिद्धांत बाइबल से उत्पन्न होते हैं, और  सर्वशक्तिमान परमेश्वर  की क...

मंगलवार, 26 नवंबर 2019

बच्चों को किस प्रकार शिक्षित करें // जिससे कि वास्तविक प्रेम प्रकट हो

फ़िल्म के विषय में

माँ की ममता नामक फ़िल्म एक ईसाई परिवार की कहानी है जो बच्चों की परवरिश की पड़ताल करती है।
"ज्ञान आपकी नियति बदल सकता है" और "बेटा अजगर बनता है और बेटी अमरपक्षी" ऐसी उम्मीदें हैं जो हर माँ-बाप अपने बच्चों से रखते हैं। शी वेनहुई अपनी बेटी जियारुई को विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षाओं में उत्तीर्ण कराकर, किसी अच्छे विश्वविद्यालय में प्रवेश दिलाने के लिये बिक्री निर्देशक के पद से सेवानिवृत्त होने का फ़ैसला कर लेती है, ताकि जियारुई की फिर से परीक्षा में बैठने की तैयारी के दौरान वह अपनी बेटी के साथ रह सके। वेनहुई के अधिक दबाव वाली पढ़ाई के तरीकों और कॉलेज की प्रवेश परीक्षा के स्पर्धात्मक दबाव के चलते, जियारुई की हिम्मत जवाब देने लगती है और वह मायूसी के चरम पर पहुँच जाती है। वेनहुई को इसका बेहद पछतावा होता है: उसे लगता है कि उसने जो कुछ भी किया, अपनी बेटी की भलाई के लिये किया, लेकिन अनजाने में वह उसके दुख और पीड़ा का कारण बन गई... ऐसे में उसकी एक पुरानी सहपाठी फैंग शिनपिंग उसे परमेश्वर के सुसमाचार का उपदेश देती है। परमेश्वर के वचनों को पढ़कर, शू वेनहुई को आख़िरकार समझ में आता है कि "ज्ञान आपकी नियति बदल सकता है" जैसे विचार उसे और उसके बच्चे को आहत करने वाले हैं, उसे यह भी समझ में आ जाता है कि उसे अपनी बेटी को किस प्रकार से शिक्षा देनी चाहिये जिससे कि असली प्रेम प्रकट हो...
शैलियाँ: ड्रामा | परिवार
समयावधि: 104 मिनट
रिलीज दिनांक: 28 अगस्त, 2019

ईसाई गीत "सबसे सच्चा है परमेश्वर का प्यार इंसान के लिये"



प्यारी गुड़िया, मेरी आँख का तारा है तू। तेरी ख़ुशियों के लिये ही बस जीती हूँ मैं। तुझे पढ़ने के लिये कहती रहती हूँ मैं, ताकि जग में नाम कमाये तू।
जानती हूँ, तेरा प्यार, दुलार माँ, मगर उम्मीदें और दबाव बहुत ज़्यादा हैं माँ। दिल दुखता है मेरा, तेरी ख़्वाहिशें पूरी नहीं कर पाती हूँ। मैं मौत में ही बचने की राह ढूँढ़ती हूँ माँ।
मैं समझ नहीं पाती हूँ तुझे। दर्द से गुज़री है तू, माफ़ कर देना मुझे। जानती हूँ, मेरा भला चाहती थी तू, मगर लोग इस तरह क्यों जीते हैं माँ?

पढ़े हैं मैंने ईश्वर के वचन। अब जानती हूँ सत्य को मैं, जानती हूँ इंसान कितना भ्रष्ट है: मौज-मस्ती, धन-दौलत, शोहरत के पीछे भागता है, जानता नहीं, उसकी नियति को परमेश्वर चलाता है।

परमेश्वर के वचनों से जागी हूँ मैं। दौलत-शोहरत के पीछे भागना फ़िज़ूल है! राह दिखाते हैं परमेश्वर के वचन मुझे। इंसानी ज़िंदगी आती सत्य को जानने से।

ईश्वर के वचनों का सुख लेते हम, उसके आगे निभाते अपना फ़र्ज़ हम। हैं रोशनी में हम। उसकी मौजूदगी में, ख़ुश रहते हम। भ्रष्ट देह, नियति, छोड़ें हम, अपनी आज़ादी से आनंदित हैं हम। परमेश्वर से सत्य और जीवन पाते हैं हम। मसीह का राज्य है घर हमारा। ईश्वर के वचनों का सुख लेते हम, उसके आगे निभाते अपना फ़र्ज़ हम। हैं रोशनी में हम। उसकी मौजूदगी में, ख़ुश रहते हम। भ्रष्ट देह, नियति, छोड़ें हम, अपनी आज़ादी से आनंदित हैं हम। परमेश्वर से सत्य और जीवन पाते हैं हम। मसीह का राज्य है घर हमारा।

Hindi Christian Movie Trailer | माँ की ममता | How to Give Our Children a Happy Future



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Popular Posts