चमकती पूर्वी बिजली, सर्वशक्तिमान परमेश्वर प्रभु यीशु का दूसरा आगमन है। परमेश्वर की भेड़ परमेश्वर की आवाज़ सुनती है। जब तक आप सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ते हैं, आप देखेंगे कि परमेश्वर प्रकट हो गए हैं। हम सभी सत्य-के-साधकों का यहाँ आने और देखने के लिए स्वागत करते हैं।

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सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की मूलभूत मान्यताएँ

(1)  सर्वशक्तिमान परमेश्वर की  कलीसिया  के सिद्धांत ईसाई धर्म के सिद्धांत बाइबल से उत्पन्न होते हैं, और  सर्वशक्तिमान परमेश्वर  की क...

सोमवार, 22 अप्रैल 2019

एक ईसाई और एक सीसीपी आधिकारी के बीच बहस: वास्तव में कुपंथ क्या है?


किरदार:
झेंग यी: एक चीनी ईसाई। अमेरिका में अपने काम के दौरान, उसने सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया की ऑनलाइन जाँच-पड़ताल की और अंत के दिनों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कार्य को स्वीकार कर लिया। तीन साल बाद, वह चीन लौट आया और अपनी बहन, झेंग रुई को सर्वशक्तिमान परमेश्वर के राज्य का सुसमाचार सुनाया।

झेंग वेगुओ: झेंग यी के पिता, चीन में शहरी संयुक्त मोर्चा कार्य विभाग के मंत्री। उन्होंने घर पर अपने बच्चों की लाल पुनर्शिक्षा की व्यवस्था की। उन्होंने उनके सर्वशक्तिमान परमेश्वर में विश्वास रखने का ज़बर्दस्त विरोध किया और इसे रोकने की कोशिश की।
स्क्रिप्ट:
झेंग वेगुओ (शहरी संयुक्त मोर्चा कार्य विभाग के मंत्री): श्याओयी, श्याओरुई, लगता है तुम्हें अभी भी देश की नीति की समझ नहीं है। सिर्फ संविधान में दी गई विश्वास की स्वतंत्रता की धारा के बारे में जानने का मतलब कम्युनिस्ट पार्टी को जानना नहीं है। मैं यूनाइटेड फ्रंट में कई सालों से काम कर रहा हूँ। मैं इसे अच्छी तरह समझता हूं। सीसीपी सरकार परमेश्वर के प्रकटन और उनके काम से सबसे ज्यादा नफरत करती है। सरकार ने ईसाई धर्म को एक कुपंथ और बाइबल को एक कुपंथी किताब ठहराया है। बाइबल की अनगिनत प्रतियां भी जला दी गई हैं। सीसीपी सरकार ने सभी गृह कलीसियाओं पर पूरी बंदिश लगाने की ठान ली है। यीशु पर तुम्हारे विश्वास करने के विरोध में, मैं पहले भी था। और अब जब तुम सर्वशक्तिमान परमेश्वर पर विश्वास कर चुके हो तो यह मैं होने न दूंगा। तुम्हें सर्वशक्तिमान परमेश्वर का मतलब भी पता है? वे गवाही देते हैं कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर ही प्रभु यीशु, यानी अंत के दिनों के उद्धारकर्ता मसीह हैं जो कार्य करने के लिए प्रकट हुए हैं, जिन्होंने अंत के दिनों की किताब "वचन देह में प्रकट होता है" में दस लाख से ज़्यादा वचन तक कहे हैं। अगर यह बात फैलती है, तो इसका नतीजा तुम सोच भी नहीं सकते हो! कम्युनिस्ट पार्टी और उद्धारकर्ता मसीह जानी दुश्मन हैं। क्या सीसीपी सरकार उन ईसाइयों को दबाने में कोई कसर छोड़ेगी? तुम्हें पता है? चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने चमकती पूर्वी बिजली के सभी विश्वासियों, को देश के सबसे वांछित अपराधियों के रूप में घोषित कर रखा है। जिसे भी वे पकड़ते हैं उन्हें कड़ी सज़ा दी जाती है। कोई रिश्वत देकर भी उन्हें छुड़ा नहीं सकता। यह मज़ाक की बात नहीं है! सच कहूं तो, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया का पूरी तरह से नामोनिशान मिटाने के लिए, केंद्र सरकार ने कई गुप्त दस्तावेज़ जारी किए थे और चमकती पूर्वी बिजली को बार-बार दबाया और रोक लगाई थी। हम भी यही पता लगाने के लिए बैठक करते हैं कि चमकती पूर्वी बिजली को कैसे दबाया जाए और उस पर बंदिश लगाई जाए। चमकती पूर्वी बिजली के प्रति केंद्रीय नेताओं का बर्ताव बिलकुल साफ है, यानी "पूरी बंदिश लगने तक कार्रवाई दल हटाया नहीं जाएगा" इसीलिए, मैं तुम्हे सर्वशक्तिमान परमेश्वर पर विश्वास करने से मना करता हूँ। सुना तुमने?
झेंग यी (एक ईसाई): पिताजी, जैसा कि आप जानते हैं कि चमकती पूर्वी बिजली, प्रभु यीशु के वापस आने की और अंत के दिनों में परमेश्वर के प्रकटन और कार्य की गवाही देती है ताकि उद्धारकर्ता द्वारा मानवता के उद्धार के लिए परमेश्वर के व्यक्त किए गए सभी सत्य का प्रचार कर सके। तो आपको ज़रूर यह भी पता होगा कि, सीसीपी सरकार का चमकती पूर्वी बिजली को इस तरह से दबाना, गिरफ़्तार करना और दोषी ठहराना कितना गलत है। परमेश्वर का विरोध और स्वर्ग के खिलाफ विकृत कार्य करना बहुत बड़ा पाप है। अब मुझे पता चला कि चमकती पूर्वी बिजली ने प्रभु यीशु की भविष्यवाणी को पूरा किया है: "क्योंकि जैसे बिजली पूर्व से निकलकर पश्चिम तक चमकती है, वैसे ही मनुष्य के पुत्र का भी आना होगा" (मत्ती 24:27)। चमकती पूर्वी बिजली जिस बात की गवाही देती है वह है मनुष्य के पुत्र का प्रकटन। माँ, पिताजी, आपने सर्वशक्तिमान परमेश्वर के बताए वचनों को नहीं पढ़ा हैं, इसलिए आप को नहीं पता कि चमकती पूर्वी बिजली क्या है। अगर आप चमकती पूर्वी बिजली को समझना चाहते हैं तो, आपको सर्वशक्तिमान परमेश्वर के वचनों को पढ़ना चाहिए ताकि यह देख सकें कि क्या वे सत्य हैं, क्या वे परमात्मा के कथन हैं, और क्या वह अंत के दिनों में परमेश्वर का प्रकटन और उनका कार्य है। इसके बारे में जानना बहुत ज़रुरी है। अब चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने चमकती पूर्वी बिजली के खिलाफ छापामार जंग छेड़ी है। चमकती पूर्वी बिजली सिर्फ अंत के दिनों के मसीह की कलीसिया है, यह ना तो देश है और ना ही नस्ल है। क्या चीनी कम्युनिस्ट सरकार को चमकती पूर्वी बिजली के खिलाफ यह छापामार जंग छेड़नी ज़रुरी थी? सीसीपी सरकार ने यह घोषणा भी की थी कि, "पूरी बंदिश लगने तक कार्रवाई दल हटाया नहीं जाएगा" परमेश्वर के लिए सीसीपी सरकार के बैर के लिए उन्हें परमेश्वर से शाप और सज़ा मिलेगी!
झेंग रुई (एक ईसाई): पिताजी, भैया सही कह रहे हैं। इतिहास में परमेश्वर के प्रकटन और कार्य को याद करें तो यह पता चलता है कि, परमेश्वर का विरोध करनेवाले सभी लोगों, नस्लों और देशों को परमेश्वर ने शाप दिया और उनका नाश कर दिया। उदाहरण के लिए, तीन हज़ार साल पहले, मिस्त्र के फिरौन को मार दिया गया क्योंकि उसे परमेश्वर का विरोध करने की सज़ा मिली। कार्य करने के लिए प्रभु यीशु के प्रकट होने के बाद, परमेश्वर का विरोध करने और उनके चुने हुए लोगों को क्रूरता से मारने के लिए रोमन साम्राज्य को परमेश्वर की भयानक महामारी ने नष्ट कर दिया। अंत के दिनों के मसीह का विरोध करने की वज़ह से चीनी कम्युनिस्ट सरकार, परमेश्वर की भेजी गई तबाही के कारण ज़रुर नष्ट हो जायेगी। पिताजी, आपने सालों धर्म की पढ़ाई की है, आप को इन सबके बारे में ज़रुर पता होगा, है न? सीसीपी सरकार के सर्वशक्तिमान परमेश्वर का विरोध करने के बारे में आपको क्या लगता है?
झेंग वेगुओ: दरअसल, हमने शुरुआत में ही देख लिया था कि चमकती पूर्वी बिजली कोई मामूली धर्म नहीं हैं। उसने प्रभु यीशु की वापसी की गवाही दी, यानी, अंत के दिनों में मानवता को बचाने के लिए उद्धारकर्ता मसीह इन्सानी रूप में धरती पर आ गए हैं। अगर सरकार सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया को परमेश्वर के सुसमाचार का प्रचार और उसकी गवाही देने की इजाज़त दे दे तो, अनगनित लोगों के सर्वशक्तिमान परमेश्वर को स्वीकार कर लेने में बहुत साल नहीं लगेंगे। तुम्हें पता ही है कि चीनी कम्युनिस्ट सरकार एक नास्तिक पार्टी है जो आस्तिकता के खिलाफ है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार और परमेश्वर के विश्वासियों के बीच की जंग सैद्धांतिक क्षेत्र में है। ये एक घातक संघर्ष है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार परमेश्वर के प्रकटन और कार्य को अनुमति कैसे दे सकती है? वह कलीसिया की मौजूदगी की अनुमति कैसे दे सकती है? इसीलिए सीसीपी सरकार ने चीन में सभी धर्मों को खत्म करने और उनपर बंदिश लगाने के लिए धार्मिक आस्थाओं को दबाने की नीति अपनाई। यही एकमात्र तरीका है जिस के जरिए चीनी कम्युनिस्ट सरकार चीन में अपनी सत्ता कायम रख सकती है! इसीलिए, जब से वह सत्ता में आई है, उसने हमेशा से ही धार्मिक विश्वासों को दबाया है और उन पर बंदिश लगाई है। इस दौरान, बहुत से ईसाइयों को गिरफ़्तार और कैद किया गया, बहुत से ईसाई परिवार बिखर गए हैं। कुछ ईसाई जेल में ही मर गए। हमें पता है यह सच है। क्यों ज़्यादा से ज़्यादा लोग परमेश्वर पर भरोसा करने लगे हैं? इसका मुख्य कारण है कि "वचन देह में प्रकट होता है" बहुत तेजी से फ़ैल रहा है। अलग-अलग गुटों के कई सारे लोगों ने सर्वशक्तिमान परमेश्वर को स्वीकार कर लिया है क्योंकि उन्होंने वचन देह में प्रकट होता है पढ़ी है। इस किताब की शक्ति कमाल की है! अब वह दुनिया भर में फैल रही है। यह केंद्रीय नेताओं के लिए सरदर्द बन चुका है। सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया पर जब तक पूरी बंदिश नहीं लगेगी तब तक केंद्रीय नेताओं को चैन की नींद नहीं आएगी। श्याओयी, श्याओरुई, तुम्हें ये समझना होगा कि, अगर चीनी कम्युनिस्ट सरकार में ईसाई और कैथोलिक जैसे पारंपरिक धर्मों को कुपंथ घोषित करने की हिम्मत है तो, चमकती पूर्वी बिजली के प्रति नर्मी कैसे बरत सकती है? पिछले कुछ सालों में, केंद्रीय सरकार ने चमकती पूर्वी बिजली को भी कुपंथ और अपने आक्रमण तथा बंदिश का लक्ष्य बना लिया है। चमकती पूर्वी बिजली पर विश्वास करना क्या फिर आ बैल मुझे मार का न्यौता देना न हुआ? यह समझदारी है या बेवकूफी?
मु शिनपिंग (शहरी संयुक्त मोर्चा कार्य विभाग के एक मंत्री की पत्नी): श्याओयी, श्याओरुई, मैंने तुम्हारे पिताजी को बहुत पहले ही यह कहते सुना था। सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया को दबाने और उसकी निंदा करने के उद्देश्य से, चीनी कम्युनिस्ट सरकार जनमत बनाने की पुरज़ोर कोशिश करने के लिए मीडिया का पूरा उपयोग कर रही है। कुछ थ्री-सेल्फ कलीसियाओं पर बंदिश लगाई गई और दूसरी कलीसियाओं को तबाह कर दिया गया। लगता है जैसे सीसीपी सरकार सभी धार्मिक विश्वासों को मिटा देना चाहती है! तुम्हारे पिताजी कह रहे थे, कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर के कई विश्वासियों को गिरफ़्तार कर लिया गया है। सीसीपी सरकार सर्वशक्तिमान परमेश्वर के विश्वासियों को मौत के घाट उतारना चाहती है। अगर तुम सर्वशक्तिमान परमेश्वर में विश्वास करते हो तो तुम्हारी गिरफ़्तारी ज़रूर होगी। यह न केवल तुम्हारा भविष्य बर्बाद कर देगा, बल्कि तुम्हारे जीवन को भी खतरे में डाल सकता है! श्याओयी, श्याओरूई तुम्हें अपने पिताजी की बात माननी होगी। तुम सर्वशक्तिमान परमेश्वर में विश्वास नहीं कर सकते ठीक है?
झेंग रुई: माँ, पिताजी हम सभी जानते हैं कि जब से चीनी कम्युनिस्ट सरकार सत्ता में आई है, उन्होंने ईसाई और कैथोलिक धर्म को दबाया, कई ईसाइयों को गिरफ़्तार कर और मार कर धार्मिक विश्वासियों को सताना शुरू कर दिया। कई सालों से, चीनी कम्युनिस्ट सरकार का धार्मिक विश्वासों को दबाना बढ़ता जा रहा है। वह एक लंबे समय से अपने ऊपर परमेश्वर का शाप ले रही है। चीन में लगातार हो रहे कुदरती कहर और आपदाओं को देखो। यह चीनी कम्युनिस्ट सरकार का परमेश्वर का विरोध और स्वर्ग के विरूद्ध कार्य ही है जिसके कारण चीनी लोग कई आपदाओं का सामना कर रहे हैं। चीनी कम्युनिस्ट सरकार के सत्ता में आने के बाद से, चीन कई कुदरती कहरों और आपदाओं का सामना कर रहा है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार अपने अन्दर क्यों नहीं झांकती? प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने पर, प्राचीन सम्राटों ने पश्चाताप की घोषणाएँ तक की थी! चीनी कम्युनिस्ट सरकार प्राचीन सम्राटों के मुकाबले बहुत पिछड़ी हुई है! यह स्वर्ग और लोगों की इच्छा का ख्याल तक नहीं करती है। यहाँ तक कि यह ईसाई और कैथोलिक धर्म की भी बेशर्मी से निंदा करती है। सबसे अधिक निंदनीय बात तो यह है कि चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने पवित्र बाइबल को भी एक कुपंथी किताब घोषित कर दिया है। सीसीपी सरकार परमेश्वर, उनके वचनों और कार्य को बुरा क्यों समझती है? इससे तो यही पता चलता है कि सीसीपी सरकार बहुत दुष्ट है!
झेंग यी: बिलकुल सही! पिताजी, माँ, मैंने बहुत पहले सुना था कि कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक शैतानवादी कार्ल मार्क्स थे। शैतानवाद सबसे बुरा पंथ है। सीसीपी इतनी बुरी क्यों है? यह सीधे तौर पर कम्युनिस्टों की विचारधारा और मार्क्स की पूजा करने से संबंधित है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार उन नास्तिक राक्षसों का एक समूह है जो स्पष्ट रूप से परमेश्वर का विरोध करते हैं! पारंपरिक धर्म को अपराधी करार देने का क्या आधार है? किस आधार पर इसने पवित्र बाइबल को एक कुपंथी किताब घोषित किया है? किस आधार पर यह चमकती पूर्वी बिजली की एक कुपंथ के रूप में निंदा करती है? क्या वह मार्क्सवादी-लेनिनवादी नास्तिकता और कम्युनिस्ट घोषणापत्र पर आधारित था? क्यों सीसीपी अंत के दिनों में परमेश्वर के कार्य की निंदा करती है? क्यों इसने इतने व्यापक रूप में अंत के दिनों में मसीह और उनके अनुयायियों के विरुद्ध तलाशी-और-गिरफ्तारी अभियान चलाया है? क्यों यह अभी भी सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकटन और कार्य की अफवाहें फैलाने, मानहानि करने और दोषीसिद्ध करने के लिए मीडिया अभियान का उपयोग कर रही है? क्या यह मौत को बुलावा नहीं हैं? यह परमेश्वर का विरोध करके खुद अपनी कब्र खोद रही है। बाइबल इसी तथ्य को उजागर करती है। जब सम्राट हेरादस ने बेथलेहम में इस्राएल के सम्राट के जन्म के बारे में सुना, तो उसने पूरे शहर में दो साल से कम उम्र के सभी लड़कों की हत्या का आदेश दे दिया। वह मसीह को धरती पर शासन करने की अनुमति कभी नहीं देता। चीनी कम्युनिस्ट सरकार निर्ममता से सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया को इसलिए दबाती, उस पर बंदिश लगाती और मसीह का पीछा करके उनके सभी अनुयायियों को कुचलती है क्योंकि वह मसीह के पृथ्वी पर शासन करने से सबसे ज़्यादा डरती है, और डरती है कि कहीं लोग सर्वशक्तिशाली परमेश्वर के अभिव्यक्त किए गए सत्य को स्वीकार न कर लें। पिताजी, क्या कम्युनिस्ट पार्टी को सच में नहीं पता कि मसीह के प्रकटन का कार्य परमात्मा का कार्य और मानवता को बचाने के लिए सृजनकर्ता का आगमन है? क्या सीसीपी सरकार जानती है, उसका सामना किससे है? क्या उसे लगता है कि चीन की आपदाएँ काफी बड़ी नहीं है? क्या इस प्रकार परमेश्वर का विरोध करके वो देश और उसके नागरिकों को खतरे में नहीं डाल रही?
झेंग वेगुओ: श्याओयी, सीसीपी सरकार ने ईसाई धर्म को एक कुपंथ का दर्जा क्यों दे दिया है? सीसीपी सरकार बाइबल को एक कुपंथी किताब के रूप में क्यों पेश कर रही है? तुम्हें इस बारे में सब कुछ पता होना चाहिए। बाइबल परमेश्वर के प्रकटन और कार्य का प्रचार करती और गवाही देती है। हज़ारों सालों से, बाइबल के प्रभाव के कारण ही ज़्यादा से ज़्यादा लोग परमेश्वर में विश्वास करने लगे हैं। जब तक ईसाई धर्म और बाइबल का अस्तित्व है, मार्क्सवादी-लेनिनवादी, नास्तिकता और विकासवाद निश्चित रूप से टिक नहीं सकते। यही कारण है कि चीनी कम्युनिस्ट सरकार ईसाई धर्म को विरोधी ताकतों के रूप में देखती है। वह स्वाभाविक रूप से बाइबल को एक कुपंथी किताब के रूप में पेश करती है। विशेष रूप से, चमकती पूर्वी बिजली की गवाही कि प्रभु यीशु लौट आये हैं, चीनी कम्युनिस्ट सरकार के लिए सबसे ज़्यादा डरने वाली बात है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार और उद्धारकर्ता मसीह जानी दुश्मन हैं। क्या वह धार्मिक विश्वासों को दबाने और गृह कलीसियाओं पर रोक लगाने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर नहीं लगा सकती? केन्द्रीय समिति की लगातार बैठकें और गुप्त दस्तावेज़ों का जारी किया जाना यह साबित करता है कि तेज़ी से बढ़ रहे धार्मिक विश्वासों ने कम्युनिस्ट पार्टी के शासन को मुश्किल में डाल दिया है। केन्द्रीय समिति ने विशेष रूप से कहा है कि सीसीपी सरकार के सदस्यों और राज्य के अधिकारियों को परमेश्वर में विश्वास करने की मनाही है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार की शिक्षा न भूलें: सीसीपी सरकार के सदस्यों के बच्चों को मार्क्सवाद-लेनिनवाद और माओ त्से-तुंग के विचारों में विश्वास करना ज़रूरी है। और परमेश्वर में विश्वास करना बिल्कुल मना है। परमेश्वर में विश्वास, यानि सीसीपी सरकार से बेवफ़ाई! सीसीपी सरकार के सदस्यों के बच्चों को पार्टी की आज्ञा का पालन, अनुसरण, और हमेशा सरकार से जुड़े रहना ज़रूरी है! जानते हो ये? सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा अभिव्यक्त वचन देह में प्रकट होता है के उपदेश और गवाही के बाद से चीनी कम्युनिस्ट सरकार को यह डर है कि वचन देह में प्रकट होता है पूरी दुनिया में फैल जाएगा। इसीलिए सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया पर पूरी बंदिश लगाने के लक्ष्य से चमकती पूर्वी बिजली को दबाने में सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। चाहे जैसे भी हो, चीनी कम्युनिस्ट सरकार अब सत्ता में है। कम्युनिस्ट पार्टी के रहते आप परमेश्वर में विश्वास नहीं कर सकते हैं। मैं चीनी कम्युनिस्ट सरकार के धार्मिक विश्वासों को सताने के पक्ष में नहीं हूँ, पर इस बारे में मैं कुछ नहीं कर सकता। मैं कम्युनिस्ट पार्टी का एक सदस्य हूँ मेरी जीविका उसी से चलती है। मुझे पार्टी का कहना मानना होगा। अगर मैं चीनी कम्युनिस्ट सरकार का अधिकारी नहीं होता, तो हमारे परिवार का गुज़ारा कैसे होता? सभी चीज़ें जिनका हम आज सुख भोग रहे हैं चीनी कम्युनिस्ट सरकार से ही नहीं आई हैं? तुम इस बात को नहीं भूल सकते हो।
झेंग यी: पिताजी, आज आपने जो कुछ कहा उससे ऐसा लगता है कि सीसीपी सरकार जो कुछ भी करती है वह आप सब समझते हैं। पर क्या आप प्रतिशोध में विश्वास रखते हैं? अगर आप चीनी कम्युनिस्ट सरकार की तरह परमेश्वर के विश्वासियों को नुकसान पहुंचाते हैं, तो आप महापाप कर रहे हैं जो ज़रूर प्रतिशोध को जन्म देगा। पिताजी, चीनी कम्युनिस्ट सरकार एक नास्तिक पार्टी है, परमेश्वर के विरुद्ध एक शैतानी सरकार। इसने कभी परमेश्वर के अस्तित्व को स्वीकार नहीं किया। यह कैसे फैसला कर सकती है कि कौन सी कलीसिया सही है और कौन सी कुपंथी? मनुष्य जाति के साथ-साथ स्वर्ग तथा पृथ्वी पर सभी चीज़ें परमेश्वर द्वारा बनाई गई हैं। परमेश्वर ही रचयिता है। केवल संपूर्ण ब्रह्मांड के रचयिता के पास ही सर्वोच्च अधिकार है। केवल परमेश्वर सत्य है, और उनका प्रकटन और कार्य ही सही मार्ग है। सर्वशक्तिमान परमेश्वर, ही देहधारी परमेश्वर, अंत के दिनों के उद्धारकर्ता मसीह का प्रकटन हैं जो न्याय और मनुष्य जाति के कल्याण के लिए सत्य को उजागर करने के लिए लौटे हैं। चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने न केवल सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकटन और कार्य को मानने और स्वीकार करने से मना करती है, बल्कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर का विरोध और निंदा भी करती है। क्या यह हद से ज्यादा अनुचित और प्रतिक्रियावादी कार्य नहीं है? चीनी कम्युनिस्ट सरकार ने परमेश्वर का विरोध और अनगिनत पाप किए हैं। यह एक शैतानी सरकार है जो सत्य से नफ़रत और परमेश्वर का अत्यधिक विरोध करती है। कुपंथ आखिर क्या है? यह बताया जाना चाहिए कि परमेश्वर का विरोध करने वाली कोई भी राजनीतिक पार्टी या समूह कुपंथ है। बुरी आत्माओं और शैतानों का कोई भी संगठन जो मनुष्य जाति को धोखा देता और भ्रष्ट करता है एक कुपंथ है। कोई भी पार्टी या संगठन जो भौतिकवाद, विकासवाद और परमेश्वर द्वारा बताये गए सत्य के विरुद्ध भ्रम का समर्थन करती है वह एक कुपंथ है। पिताजी, आपको पता होना चाहिए कि आखिर कुपंथ क्या है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार के वैचारिक सिद्धांत कुपंथी भ्रम हैं। चीनी कम्युनिस्ट सरकार जो भी करती है वह परमेश्वर का विरोध और उनके विरूद्ध कड़ा प्रतिरोध है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार वाकई बुरी पार्टी और कुपंथी है!
झेंग रुई: पिताजी, माँ, देहधारी सर्वशक्तिमान परमेश्वर, अंत के दिनों में संसार में मनुष्य जाति की शुद्धि और उद्धार के लिए सत्य व्यक्त करने लौट आये हैं। यह आसमान में सत्य की उस रोशनी के समान है जो इस अँधेरी दुनिया को रोशन करती है ताकि मनुष्य यह देख सके कि रोशनी और धार्मिकता धरती पर उतर आई है। क्यों सीसीपी सरकार इतनी बुरी तरह से अंत के दिनों के मसीह सर्वशक्तिमान परमेश्वर के प्रकटन और कार्य, का विरोध और उनकी निंदा कर रही है? क्यों उसने मसीह और सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया को पूरी तरह खत्म करने के लिए पूरा ज़ोर लगा दिया है। यह निश्चित ही स्वर्ग के विरुद्ध एक विकृत व्यवहार और प्रतिक्रियात्मक कार्य है! क्यों कोई चीज़ जितनी अधिक सकारात्मक और सत्य होती है, चीनी कम्युनिस्ट सरकार उस पर उतनी कड़ी कार्रवाई और उसकी निंदा करती है, और ये सीसीपी सरकार तब तक नहीं रुकेगी जब तक उस पर पूरी तरह से बंदिश न लग जाए? क्या सीसीपी सरकार बहुत डरावनी नहीं है! क्या चीनी कम्युनिस्ट सरकार सचमुच एक बुरी पार्टी और कुपंथ नहीं है? पिताजी, माँ, सर्वशक्तिमान परमेश्वर की कलीसिया मसीह का अनुसरण करती है, उनके प्रकटन और कार्य की गवाही देती है और सर्वशक्तिमान परमेश्वर द्वारा व्यक्त सभी सत्यों का प्रचार करती है। उनके काम पूरी तरह उचित हैं। चीनी कम्युनिस्ट सरकार इतने पागलों की तरह परमेश्वर का विरोध करती और मसीह का अनुसरण करने वालों को इतनी निर्दयता से सज़ा देती है, वह कैसे परमेश्वर के शाप से बच सकती है? कैसे वह चीनी लोगों पर अपार संकट का कारण नहीं बन सकती? चीन पर आई सभी आपदाएँ, सीधे सीधे चीनी कम्युनिस्ट सरकार के परमेश्वर के विरोध से जुड़ी हैं। पिताजी, माँ, आप हमारी बात से सहमत हैं?
झेंग वेगुओ: मैं मानता हूँ कि कम्युनिस्ट पार्टी जितने सालों से सत्ता में है, उसने ज़रूरत से ज़्यादा ही बुरे काम किए हैं। अब आम लोग कम्युनिस्ट पार्टी को उद्धारकर्ता नहीं मानते हैं, न यह चमकता सूरज रही और न प्यारे माँ पिता, मेरे मन में यह बहुत साफ़ है। लेकिन कुछ भी हो, चीनी कम्युनिस्ट सरकार चीन में अपनी सत्ता रखती है। वह एक क्रांतिकारी पार्टी है जो ज़रूरत पड़ने पर कुछ भी कर सकती है। अगर तुम सर्वशक्तिमान परमेश्वर में विश्वास रखते हो तो तुम्हें कभी भी गिरफ़्तार किया जा सकता है या तुम्हारी जान जाने का भी खतरा हो सकता है। इसलिए, मैं तुम्हारी खातिर तुम्हें सर्वशक्तिमान परमेश्वर में विश्वास नहीं करने दे सकता। जैसी कि कहावत है, "एक समझदार व्यक्ति परिस्थितियों से समझौता कर लेता है।" तुम आ बैल मुझे मार नहीं कर सकते। समझ रहे हो मैं क्या कह रहा हूँ? आज सब बातें साफ़ हो गई हैं। कम्युनिस्ट शिक्षा केवल मार्क्सवाद-लेनिनवाद और माओ त्से-तुंग के विचारों को मानने देती है। परमेश्वर में विश्वास पर पूरी पाबंदी है! कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों के बच्चे केवल पार्टी का कहा ही सुन सकते हैं और पार्टी के साथ ही चल सकते हैं। वे कभी भी न तो मसीह का अनुसरण कर सकते हैं और न ही उनके लिए गवाही दे सकते हैं! कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों के बच्चों को अनंत पीढ़ियों तक कम्युनिस्ट पार्टी में विश्वास करना ज़रूरी है!
"परिवार में रक्तिम पुनर्शिक्षा" फ़िल्म की स्क्रिप्ट से लिया गया अंश

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